गुम मोबाईल मिलने से लोगों के चेहरों पर आई खुशी की लहर


जिले में अपराध नियंत्रण और आपराधिक घटनाओं को रोकने की दिशा में पुलिस विभाग द्वारा निरतंर प्रयास किये जा रहे है जिससे सफलता मिलने के साथ ही आपराधिक गतिविधियों में कमी आई है और शांति का वातावरण बना है । इसी तारतम्य में आम जनों के चोरी व गुम हुये मोबाईल को बरामद कर संबंधित मोबाईल मालिकों को मोबाईल प्रदाय किये जाने से लोगों के चेहरों पर खुशी की लहर देखी जा रही है। सामुदायिक पुलिसिंग की इस उत्कृष्ट मिसाल से जिले के 369 मोबाईल मालिकों को लगभग 52 लाख रूपये मूल्य के मोबाईल मिले है जिसकी सर्वत्र सराहना की जा रही है । यह सफलता पुलिस अधीक्षक श्री मनोज राय के मार्गदर्शन, उनकी तत्परता और संवेदनशीलता से मिल रही है । 
 पुलिस अधीक्षक श्री मनोज राय ने बताया कि जिले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री शशांक गर्ग के निर्देशन और उप पुलिस अधीक्षक श्री आशुतोष व्दिवेदी के नेतृत्व में माह दिसंबर 2018 में जिले की सायबर सेल टीम का गठन किया गया और इस टीम को मजबूती प्रदान करने के लिये कम्प्यूटर कार्य की योग्यता रखने वाले कर्मचारियों की सायबर सेल में प्रदस्थापना करते हुये गुम मोबाईल यूनिट का गठन किया गया । इस यूनिट द्वारा कड़ी मेहनत और लगन से कार्य करते हुये वर्ष 2019 में प्राप्त गुम मोबाईलों की शिकायतों पर कार्यवाही करते हुये मोबाईल बरामद किये गये । इस कार्य में जिले के सभी थाना प्रभारियों और उनकी टीम ने भी सहयोग प्रदान किया । उन्होंने बताया कि जिले की सायबर सेल टीम द्वारा वर्ष 2019 में अक्टूबर 2019 तक 34 लाख रूपये मूल्य के 263 मोबाईल और दिसंबर 2019 तक 18 लाख रूपये मूल्य के 106 मोबाईल बरामद कर उनके मालिकों के सुपुर्द किये गये है । 
 पुलिस अधीक्षक श्री राय ने बताया कि चाहे उमेश वर्मा हो या मनीष अहिरवार या देवेन्द्र देशमुख या नारायण तिवारी, शैलू सहारे हो या पल्लव साहू हो या विशाल बेलवंशी, शीला यादव हो या शशि पटले या मीना करनाल या लवली राठौर या मुकेश राठी । ऐसे सभी 369 आवेदक जिन्हे मोबाईल मिल चुके है, के चेहरे पर राहत भरी मुस्कान है और वे अपनी खोई हुई चीज मिलने से अत्यंत प्रसन्न है । इस सराहनीय कार्य से सभी के मन में पुलिस विभाग के प्रति जहां भय दूर हुआ है, वहीं एक नया विश्वास भी कायम हुआ है। इन मोबाईलों को बरामद करने में सायबर सेल में पदस्थ उप निरीक्षक श्री सत्येन्द्र बघेल, आरक्षक सर्वश्री अंकित शर्मा, सत्येन्द्र राजपूत, निशांत जैन, दिलीप जंघेला, मोहित चंद्रवंशी और आनंद तिवारी द्वारा सराहनीय कार्य किया गया जिससे अपने मोबाईल गुम/चोरी होने से परेशान और दु:खी व्यक्तियों को राहत मिली है ।